ज़िन्दगी एक किताब सी है,जिसमें ढेरों किस्से-कहानियां हैं ............. इस किताब के कुछ पन्ने आंसुओं से भीगे हैं तो कुछ में,ख़ुशी मुस्कुराती है. ............प्यार है,गुस्सा है ,रूठना-मनाना है ,सुख-दुःख हैं,ख्वाब हैं,हकीकत भी है ...............हम सबके जीवन की किताब के पन्नों पर लिखी कुछ अनछुई इबारतों को पढने और अनकहे पहलुओं को समझने की एक कोशिश है ...............ज़िन्दगीनामा
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बहुत सुंदर ...कोमल अभिव्यक्ती ...
ReplyDeleteशुभकामनायें ...
थैंक्स!
Deleteकल 30/09/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
थैंक्स...यशवंत.
Deleteलाख जतन कर लो
ReplyDeleteमेरी ये कजरारी आँखें
तुम्हारा पीछा नहीं छोडेंगी ...ये हुई न बात
तहे दिल से शुक्रिया!
Deleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteशुक्रिया!!
Delete:):) छोडना भी मत ... सुंदर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteजी बिलकुल...
Deleteवाह,क्या बात है
ReplyDeleteधन्यवाद !!
Deleteबढ़िया प्रस्तुति |
ReplyDeleteइस समूहिक ब्लॉग में पधारें और हुमसे जुड़ें |
काव्य का संसार
शुक्रिया!!
Deleteजी ज़रूर .