ज़िन्दगी एक किताब सी है,जिसमें ढेरों किस्से-कहानियां हैं ............. इस किताब के कुछ पन्ने आंसुओं से भीगे हैं तो कुछ में,ख़ुशी मुस्कुराती है. ............प्यार है,गुस्सा है ,रूठना-मनाना है ,सुख-दुःख हैं,ख्वाब हैं,हकीकत भी है ...............हम सबके जीवन की किताब के पन्नों पर लिखी कुछ अनछुई इबारतों को पढने और अनकहे पहलुओं को समझने की एक कोशिश है ...............ज़िन्दगीनामा
Friday, September 21, 2012
स्वीकारने के करीब
सामने जब तक वो रहा
लफ्ज़ भी न निकला मुंह से
वो बोलता रहा...
मैं सुनती रही.
खुली आँखों से
ख़्वाब बुनती रही .
जब सोचा
रात के ख़्वाबों की तामीर कर दूँ
आज अपने दिल कि सारी बातें कह दूँ .
बस कहने को लब हिले ही थे
मन में कुछ फूल खिले ही थे
कि उसने कहा
बातों बातों में वक्त का पता नहीं चला
साढ़े छह हो गए हैं
अँधेरा हो रहा है
मैं चलता हूँ
तुम भी अपने घर जाओ.
मेरे कहते ही कि कुछ कहना है
उसका हाथ हिला कर कहना
अभी चलता हूँ...
...कल फिर मिलते है
...तब सुनूँगा सब
जो भी तुम्हें कहना है .
बार-बार ऐसा ही होता है
मैं स्वीकारने के करीब होती हूँ
और तुम्हें ठीक उसी वक्त
कुछ काम याद आ जाता है .
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ऐसा ही होता है ... प्यार में वक़्त बीत जाता है , कहने को सब रह जाता है
ReplyDeleteजी...प्यार नहीं बीतता वक्त बीत जाता है.
Deleteअबके बस, मिलते ही......
ReplyDeleteकोई भूमिका नहीं...
एक दम फायर,नॉन स्टॉप :-) आग जो लगी है दिल में.
अनु
आपकी सलाह याद रखूंगी.....
Deleteप्यार में ये प्रतीक्षा ...उफ़ बेदर्दी :)))
ReplyDeleteअब किया तो क्या किया जाए
Delete:):) अबके मिलते ही शुरू हो जाना कहने को ... उसकी मत सुनना :) वक़्त अपने हाथ में रखना । सुंदर भावभिव्यक्ति
ReplyDeleteसच्ची...याद रखूंगी.
DeleteSuna hai pyar ka bandhan gahara hota hai.
ReplyDeleteShayad kuchh teli prati sa juda hota hai.
Man ki baat pad lena kahan kisi ko aata hai.
Wo to ishwar hi hai jo unhe hamse milata hai.
हम्म ..ईश्वर ही मिलाता है और वो ही जुदा भी कर देता है
DeleteBeautiful writing and beautiful presentation Nidhi ji
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्यार में ऐसा ही होता है..
ReplyDeleteकहना बहुत कुछ होता है पर वक्त नहीं मिल पता..
प्यार के हर पल को बखूबी शब्दों में पिरोती हैं आप
एकदम सजीव सा लगता है सब कुछ...
:-)
love u mam:-)
शुक्रिया....
Deleteवक्त के मारे....सब.
ReplyDeleteआने वाले कल का ..उस एक पल का ..सदियों तक इंतज़ार रहा ...ये वक्त कमबख्त ...बीच में न आता तो नसीब कुछ और होता
वक्त बड़ा बेवक्त आता है ...
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