Saturday, September 5, 2015

शिक्षक दिवस

वही कुछ सीख पाया है
जिसने सीखना चाहा है

माँ बाप यार दोस्तों ने
कुछ न कुछ सिखाया है

हर तजुर्बा खुद बेमिसाल
जिसने जीना बताया है

हर सबक सीख लेगा वो
उस्ताद उसका सरमाया है

हादसों औ ज़ख्मों तक ने
तरबीयत* को अपनाया है

*teaching

सीखने सिखाने वालों को आज के दिन की मुबारकबाद!!

Tuesday, September 1, 2015

ख़्वाब हो तुम

क्या था वो
सुबह को तो
याद नहीं रहता जो
बस होता रहता है
इक अच्छा सा एहसास
कि जो देखा वो था ख़ास
उस ख़्वाब सरीखे हो तुम

ख़्वाब हो तुम वही बने रहना
खूबसूरत  प्यास बने रहना
ख़्वाबों का होना ज़रूरी है
बताते हैं ये
कितनी तमन्नायें अधूरी हैं

काली रातों की नाउम्मीदी में
तुमसे आस का सवेरा झांकता है
तुम्हें सच करने की कोशिश में
पा लेने की उम्मीद पे
कोई अपने दिन रात काटता है

सुराग.....

मेरी राह के हमसफ़र ....

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