Tuesday, January 3, 2012

मेरा जाड़ा..खूबसूरत हो चला है .



बड़ी लंबी थी वो रातें....
जो तेरे अबोले के साथ गुजारीं.
कितना कुछ जम गया था
हम दोनों के बीच .
सब कुछ सर्द..तनहा सा .

एकाएक ...
प्यार की इस गुनगुनी धूप ने
दिल पे से,
गलतबयानी के कुहासे को हटा दिया है..
तुम्हारे होठों की छुअन ने
जमे हुए बर्फ को पिघला दिया है .
हाथों के स्पर्श की वो गरमी-नरमी
सर्दी में चाय के कप सी
मेरे अंतस को सहला रही है ..

दिल का मौसम खुशगवार हो चला है
मेरा जाड़ा एक बार फिर....
खूबसूरत हो चला है .

34 comments:

  1. बड़ी लंबी थी वो रातें....
    जो तेरे अबोले के साथ गुजारीं.
    प्यार के कोमल अहसासों को शब्दों में ढालना हर किसी के बस बात नहीं होती......खूबसूरती से लिखा है आपने...निधि जी

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  2. दिल का मौसम खुशगवार हो चला है
    मेरा जाड़ा एक बार फिर....
    खूबसूरत हो चला है .....आपके दिए खुबसूरत शब्दों से ये रचना भी बहुत खुबसूरत हो चली है......

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  3. बहुत प्यारी अभिव्यक्ति...
    वाकई खुशगवार जाड़ा महसूस हुआ आपकी कविता में..

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  4. दिल का मौसम खुशगवार हो चला,...बेहद सुंदर पन्तियाँ,...
    "काव्यान्जलि":

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  5. संजय जी...थैंक्स. किसी की भी नाराजगी के साथ वक्त गुजारना बड़ा तकलीफदेह होता है.

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  6. सुषमा...आपकी खूबसरत सी टिप्पणी के लिए ...शुक्रिया!!

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  7. विद्या...सबके लिए यह जाड़ा यूँ ही खुशगवार रहे .

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  8. रश्मिप्रभा जी....आमीन!!

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  9. धीरेन्द्र जी....आभार!!

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  10. आपका लेखन बेजोड़ है

    नीरज

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  11. हाथों के स्पर्श की वो गरमी-नरमी
    सर्दी में चाय के कप सी
    मेरे अंतस को सहला रही है ..
    अहसासों को शब्दों के रूप में बड़ी खूबसूरती से पिरोया है आपने.

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  12. वास्तव मे आपको पढ़ कर यादों का मौसम खुशगवार हो गया है

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  13. नीरज जी.....प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ.

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  14. विधा....आपको पसंद आये शब्दों में पिरोये हुए एहसास...धन्यवाद!!

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  15. संगीता जी...थैंक्स!!

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  16. पद्म सिंह जी...यूँ ही खुशगवार रहे,बस.

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  17. दिल का मौसम खुशगवार हो चला है
    मेरा जाड़ा एक बार फिर....
    खूबसूरत हो चला है .
    शुभकामनाएं ... हमेशा यूं ही खुशगवार रहे ... ये जाड़ा

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  18. दिल का मौसम खुशगवार हो चला है
    मेरा जाड़ा एक बार फिर....
    खूबसूरत हो चला है .
    ..yun hi khoobsurati bani rahi...
    Jaade ke mausam mein sundar rachna..
    aapko spariwar nav varsh kee haardik shubhkamna..

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  19. दिल का मौसम खुशगवार हो चला है
    क्या बात है....खूबसूरत...

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  20. सदा...आपकी शुभकामनाओं हेतु शुक्रिया !

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  21. कविता....आपको एवं आपके परिवार को भी नववर्ष की शुभकामनायें!!
    आपकी दुआ के लिए थैंक्स !

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  22. कुमार...हार्दिक धन्यवाद!!

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  23. ऐसी गुनगुनी धूप जितनी जल्दी फैल जाए और ये जाड़ा खूबसूरत हो निखर जाए!! बस और क्या चाहिए!! सुन्दर!!

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  24. रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट " जाके परदेशवा में भुलाई गईल राजा जी" पर आपके प्रतिक्रियाओं की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी । नव-वर्ष की मंगलमय एवं अशेष शुभकामनाओं के साथ ।

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  25. सलिल....वाकई और क्या चाहिए..

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  26. प्रेम सरोवर जी...आपको भी नववर्ष की शुभकामनायें.आपकी पोस्ट देखने अवश्य आउंगी.

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  27. दिल का मौसम खुशगवार हो चला है
    मेरा जाड़ा एक बार फिर....
    खूबसूरत हो चला है .
    ....
    बधाई हो निधि !

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  28. आनंद जी ...स्वीकारती हूँ,आपकी बधाई.

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  29. सर्द मौसम मे जो भावनाएँ जमी थीं ना ......ऋतुराज आया है.....वो सब उन्मत्त हो जाएँगी ....फिर तो तुम्हारा वसंत और भी खूबसूरत हो जाएगा ......हर मौसम खूबसूरती से तुम्हे स्पर्श करे ...दुआ है

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    1. तूलिका....तुम अपनी दुआओं में यूँ ही शामिल रखना...बस,कोई मौसम आये -जाए क्या फर्क पड़ता है.भावनाएं तो ऋतुराज के आने की खबर से ही पिघलने लगी है.

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  30. बड़ी लंबी थी वो रातें....
    जो तेरे अबोले के साथ गुजारीं.
    कितना कुछ जम गया था
    हम दोनों के बीच .
    सब कुछ सर्द..तनहा सा ....................nice

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  31. बहुत -बहुत शुक्रिया !!

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सुराग.....

मेरी राह के हमसफ़र ....

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