Sunday, August 30, 2015

ध्यान से सुनना तुम


इसे फुसला लेना तुम
यूँ ही बहक जाएगा
बुद्धु है दिल मेरा
इक इशारा करना तुम
साथ तुम्हारे चल देगा
है पागल मनचला
आवाज़ जो दोगे तुम
हर हाल चला आएगा
कि ज़िद्दी बड़ा
कोई इम्तिहाँ हो तैयार ये
जब जैसे चाहे आज़माना
मन मेरा ... सरफिरा

कान नहीं देते हो
मेरी किसी बात पे
पर इस बात को
ध्यान से सुनना तुम
क़सम से ये जी जायेगा
कि प्यार निभाना तुम
तेरे बिन कहीं न जाएगा
इसका ठौर ठिकाना तुम

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