ज़िन्दगी एक किताब सी है,जिसमें ढेरों किस्से-कहानियां हैं ............. इस किताब के कुछ पन्ने आंसुओं से भीगे हैं तो कुछ में,ख़ुशी मुस्कुराती है. ............प्यार है,गुस्सा है ,रूठना-मनाना है ,सुख-दुःख हैं,ख्वाब हैं,हकीकत भी है ...............हम सबके जीवन की किताब के पन्नों पर लिखी कुछ अनछुई इबारतों को पढने और अनकहे पहलुओं को समझने की एक कोशिश है ...............ज़िन्दगीनामा
Wednesday, August 15, 2012
आज़ादी दिवस
एक पागल है ..
सारे शहर में घूम घूम के
हरसिंगार के झरे फूल और गिरी पत्तियां
इकट्ठी करता है .
सुना है...
वक्त का है मारा
फ़ौजी है पुराना
इन फूल पत्तियों में
उसे...
अपना तिरंगा नज़र आता है .
जिससे हर शख्स बेखबर नज़र आता है .
अपने देश की स्थिति दिखायी देती है .
बात-बात पे उसकी आँख भर आती है .
देश के लिए कुछ करने..देश को कुछ दे पाने का पागलपन हम पे भी हावी हो जाए .
आज़ादी दिवस आप सभी को मुबारक हो !!
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निधि जी , आप अपनी कलम से सेवा तो कर ही रही है .....कलम की ताकत बहोत बड़ी होती है
ReplyDeleteजहाँ बंदें खुद जिंदगी से गुमनाम है .....वहां जिंदगीनामा उनके लिए प्रजवलित मशाल है जो एक common emblem है enlightenment and hope दोनों के लिए
इज्ज़त अफजाई के लिए तहे दिल से शुक्रिया
Deleteक्या एक सही आदमी विकास की इस दौड़ में यूं ही पागल समझ लिया जाता रहेगा...
ReplyDeleteया फिर कभी उदय होगा उस वैयक्तिक संवेदना का जो कुछ इस तरह का पागलपन लिए होगा...
जिसमें समझ होगी दूसरे की भावनाओं को समझने और उसके साथ समस्वरता को देखने की...
या फिर वह सही आदमी यूं ही अपनी भावनाओं को आंसूओं से सिंचता रहेगा...
तड़पता रहेगा और प्रकृति में कहीं अपना अतीत प्रतीकों में तलाशता रहेगा...
क्या वह सवेरा होगा?
.
एक बड़ा प्रश्न...और उत्तर दूर-दूर तक नज़र नहीं आता.
इस प्रश्न का उत्तर हमें आसानी से न मिले तो उसे खोजना होगा .हाथ पे हाथ धर कर बैठने से कुछ न होगा...हर इंसान को पहल करनी होगी...अच्छे बदलाव के लिए .
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ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
सादर
तुम्हें भी अशेष शुभकामनायें...यशवंत.
Deleteमेरी टिप्पणी स्पैम में मिलेगी...
ReplyDeleteमिल गयी जी.
Deleteजो पागल न हुआ वह क्या आज़ादी लायेगा , वह तो गँवा देगा
ReplyDeleteबहुत ज़रूरत है...ऐसे पागलों की जो देश पे सब लुटा देने का जज्बा रखते हैं
Deleteस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये..
ReplyDelete:-)
हार्दिक शुभकामनायें!
Deleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteआजादी की वर्षगांठ पर ढेर सारी शुभकामनाएं
आपको भी आज़ादी की सालगिरह पे ढेरों मुबारकबाद
Deleteआपको भी अशेष शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeleteशुक्रिया !!आपको भी ढेरों शुभकामनायें !
Deleteसुन्दर प्रस्तुति...
ReplyDeleteरचना भी प्यारी, तिरंगा भी प्यारा.....
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!...!!!!!
धन्यवाद !!
Deleteसच है हरसिंगार के फूल ऐसे ही होते हैं ...
ReplyDeleteआपको १५ अगस्त की बधाई और शुभकामनायें ...
आपको भी .शुक्रिया,पसंद करने के लिए
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