ज़िन्दगी एक किताब सी है,जिसमें ढेरों किस्से-कहानियां हैं ............. इस किताब के कुछ पन्ने आंसुओं से भीगे हैं तो कुछ में,ख़ुशी मुस्कुराती है. ............प्यार है,गुस्सा है ,रूठना-मनाना है ,सुख-दुःख हैं,ख्वाब हैं,हकीकत भी है ...............हम सबके जीवन की किताब के पन्नों पर लिखी कुछ अनछुई इबारतों को पढने और अनकहे पहलुओं को समझने की एक कोशिश है ...............ज़िन्दगीनामा
Thursday, March 29, 2012
प्रेम की दुनिया
कहीं.....
कोई तो रास्ता होगा....
जहां हमारी मजबूरियाँ बीच में न आयें.
तुम और मैं ... चल सकें ..साथ-साथ....
शुरू से आखिर तक .
कोई मोड ऐसा न आये
जहां बिछडना पड़े,हमें .
अपनी मसरूफियत की दुहाई देके
तुम देर से न पहुँचो ,जहां ..
प्रेम की दुनिया क्यूँ इसी उम्मीद पे ...
इस काश पे टिकी रहती है,हमेशा?
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सुंदर रचना,क्या बात है,बेहतरीन भाव अभिव्यक्ति,
ReplyDeleteMY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: तुम्हारा चेहरा,
शुक्रिया!
Deleteमजबूरियों में जीना एक आनंद देता है , मजबूरियों के नाम पर वह क्या नहीं कर लेता
ReplyDeleteआपका कहना भी सही है
Deleteयह मजबूरियन ही तो नए रास्ते तलाश करती हैं ... सुंदर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteजी...मजबूरियाँ कई बार ..नए रास्तों से परिचय करवा देती हैं
Deleteप्रेम सब मजबूरियों से ऊपर है ...!!
ReplyDeleteसुंदर रचना ..
शुभकामनायें ..!
हार्दिक धन्यवाद सराहने एवं आपकी शुभकामनाओं हेतु.
Deleteवाह ...बहुत खूब।
ReplyDeleteथैंक्स!!
Deleteबहुत ही उम्दा प्रस्तुति ...दिल खुश हो गया पढ़कर..... निधि जी
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुक्रिया!!
Deleteप्रेम की दुनिया क्यूँ इसी उम्मीद पे ...
ReplyDeleteइस काश पे टिकी रहती है,हमेशा?
काश कि इच्छा पूरी हो..........!
आमीन!!
Deleteबहुत सुनदर....
ReplyDeleteसादर।
आभार!!
Deleteसुन्दर परिकल्पना .. मनभावन प्रस्तुति.
ReplyDeleteधन्यवाद!!
Deleteकाश...यह एक शब्द हमारी कितनी भावनाओं को शांति दे देता है। बेहतरीन ख्याल को बेहतरीन शब्दों से बांधा है आपने...
ReplyDeleteकाश...हमारे जीने कि वजह बन जाता है...अक्सर .
Deleteबहुत -बहुत सुन्दर...दिलको छू लेनेवाली रचना.
ReplyDeleteशानदार...