Monday, May 28, 2012

हक



जिसे ,जब, जहां जाना है
चला जाए
अबकि,
रोकूंगी नहीं.
थक गयीं हूँ मनुहार करते-करते .

मुझे प्यार है ,तुमसे
तुम पास रहो यह चाहत है
तुम्हारी ज़रूरत है
केवल तुम्हारी आदत है.
उसका रत्ती भर भी अगर ..
...तुम महसूस करते हो
मेरे लिए .
तो ,मुझे पता है कि यहीं रहोगे
मेरे करीब,बहुत करीब.

तुम कहते हो
कोई तुम्हें प्यार नहीं करता ...
मेरे सिवा.
यह सच है कि
कोई और लड़की
भला तुमसे कैसे और क्यूँ प्यार करेगी ?

जब तक मैं हूँ
मेरी साँसों में सांस है
तुम्हें प्यार करने का हक
केवल मेरे पास है .

26 comments:

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    1. यशवंत.....पसंद करने के लिए,धन्यवाद!!

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  2. निधि जी,
    बहुत बहुत दिनों के बाद आपके ब्लॉग मे आई हूँ। इसलिए आज चुपके से भागूंगी नहीं। यह भी जताने के लिए कि आप को आज मैं याद कर रही थी। :-) कैसे है आप?

    और ये आपका हक जताना बहुत अच्छा लगा, क्यूंकि मुझे भी यही करने की आदत है।

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    1. वन्दना...याद करो तो जताना चाहिए...अगला अंतर्यामी नहीं होता.
      वन्दना....अच्छा लगा,इतने दिनों बाद तुम्हें देख कर.
      तुम्हारे ब्लॉग के बीच में बड़े चक्कर लगाए......याद पड़ रहा था कि चौराहा में एक कविता पढ़ी थी कुछ......वीर्यको लेकर ...वो तुम्हारी लेखनी से थी...बहुत ढूंढा...मिली नहीं.
      हो सकता है किसी और की रही हो...मुझे ही गलत याद हो .
      अगर ऐसा कुछ तुमने लिखा हो जो चौराहा पे कभी आया हो तो मुझे भेजना......किसी को पढ़वाना है.

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    2. नहीं मैंने तो ऐसा कुछ नहीं लिखा, शायद किसी और ने लिखा होगा। चलिये गलती से ही सही, ब्लॉग के चक्कर तो लगवा दिये मैंने। :-)

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  3. जब तक मैं हूँ
    मेरी साँसों में सांस है
    तुम्हें प्यार करने का हक
    केवल मेरे पास है . बेहतरीन

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    1. आशा जी....शुक्रिया!!

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  4. जब तक मैं हूँ
    मेरी साँसों में सांस है
    तुम्हें प्यार करने का हक
    केवल मेरे पास है .

    बहुत बढ़िया प्रस्तुति,,,,,निधि जी

    RECENT POST ,,,,, काव्यान्जलि ,,,,, ऐ हवा महक ले आ,,,,,

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  5. जो प्यार करता है वो जा नहीं सकता.......................

    सुंदर निधि जी...

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    1. तहे दिल से शुक्रिया!!

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  6. bhaut bhaut acchi aur pyari rachna.....

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    Replies
    1. प्यारे-प्यारे,अच्छे-अच्छे कमेन्ट के लिए,थैंक्स!!

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  7. जब तक मैं हूँ
    मेरी साँसों में सांस है
    तुम्हें प्यार करने का हक
    केवल मेरे पास है .
    बहुत सुन्दर...

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    1. हार्दिक धन्यवाद!!

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  8. जिसे ,जब, जहां जाना है
    चला जाए
    अबकि,
    रोकूंगी नहीं.
    थक गयीं हूँ मनुहार करते-करते .बहुत प्यारी नाराज़गी

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    1. इस नाराजगी को भी पसंद किया,आपने.

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  9. Beautiful composition.I loved the representation and the flow of expression.
    Keep it up Nidhi ji :)

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    1. भाव प्रवाह आपको अच्छा लगा....धन्यवाद!!

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  10. बहुत अच्छी रचना...अधिकार पूर्ण ढंग से रची गयी..

    नीरज

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    Replies
    1. सराहने के लिए....शुक्रिया!!

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  11. जब तक मैं हूँ
    मेरी साँसों में सांस है
    तुम्हें प्यार करने का हक
    केवल मेरे पास है .
    .
    बहुत पॉजेसिव हो.
    .
    क्या यह मेरापन
    उतना ही मेरा है
    जितना उसका मेरा
    क्या उसके मेरेपन में भी
    मैं उतनी ही हूं
    जितना वह मेरे मेरेपन में
    .
    यदि हां
    तो प्रेम संपूर्ण हुआ
    मुक्त हुआ
    .
    पॉजेसिवनेस सार्थक हुई.
    .
    .
    .

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    Replies
    1. बहुत सही कहा,आपने. अंदाज़े बयान भी बहुत अच्छा है..

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  12. अच्छा हक जताया आपने !!

    सुन्दर प्रस्तुति !

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