ज़िन्दगी एक किताब सी है,जिसमें ढेरों किस्से-कहानियां हैं ............. इस किताब के कुछ पन्ने आंसुओं से भीगे हैं तो कुछ में,ख़ुशी मुस्कुराती है. ............प्यार है,गुस्सा है ,रूठना-मनाना है ,सुख-दुःख हैं,ख्वाब हैं,हकीकत भी है ...............हम सबके जीवन की किताब के पन्नों पर लिखी कुछ अनछुई इबारतों को पढने और अनकहे पहलुओं को समझने की एक कोशिश है ...............ज़िन्दगीनामा
Thursday, September 26, 2013
......नहीं है
तमाम उमर मुहब्बत का नशा उतरता नहीं है
मुश्किल बस इतनी कि आसानी से चढता नहीं है
दो चार सच्चे यार दोस्त जिसके आस पास रहें
कितना भी बुरा वक्त आये वो बिखरता नहीं है
हमारे रास्ते जुदा हुए बरसों बरस गुज़र गए
बाक़ी रह गया है कुछ जो कभी ढलता नहीं है
दरक जाता है बरसों का यकीं इक झूठी बात पे
इस शज़र की खासियत दोबारा पनपता नहीं है
गैरों की कमियां गिनाते हुए जुबां नहीं थकती
अपना ऐब पर क्यूँ आँखों में खटकता नहीं है
अपनी काबिलियत का वो इश्तिहार नहीं करता
खरी बात ये भरा जो घड़ा वो छलकता नहीं है
मिल जाएँ हम या हो जाएँ एक दूजे से जुदा
प्यार होता है तो रहता है कभी मरता नहीं है
हादसे के बाद वापस ढर्रे पे आ गयी है ज़िंदगी
बस बच्ची का बचपन अब ढूंढे मिलता नहीं है
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दो चार सच्चे यार दोस्त जिसके आस पास रहें
ReplyDeleteकितना भी बुरा वक्त आये वो बिखरता नहीं है
अपनी काबिलियत का वो इश्तिहार नहीं करता
खरी बात ये भरा जो घड़ा वो छलकता नहीं है
बहुत सुन्दर ग़ज़ल
नई पोस्ट साधू या शैतान
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शुक्रिया!!
Deleteदरक जाता है बरसों का यकीं इक झूठी बात पे
ReplyDeleteइस शज़र की खासियत दोबारा पनपता नहीं है
गैरों की कमियां गिनाते हुए जुबां नहीं थकती
अपना ऐब पर क्यूँ आँखों में खटकता नहीं है
बहुत ही बढ़िया
सादर
हादसे के बाद वापस ढर्रे पे आ गयी है ज़िंदगी
ReplyDeleteबस बच्ची का बचपन अब ढूंढे मिलता नहीं है
................बहुत ही बेहतरीन रचना
हादसे के बाद वापस ढर्रे पे आ गयी है ज़िंदगी
ReplyDeleteबस बच्ची का बचपन अब ढूंढे मिलता नहीं है
लाज़वाब रचना...
दो चार सच्चे यार दोस्त जिसके आस पास रहें
ReplyDeleteकितना भी बुरा वक्त आये वो बिखरता नहीं है
बहुत ही सुंदर गजल !
नई रचना : सुधि नहि आवत.( विरह गीत )
कल 29/09/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद!
तमाम उमर मुहब्बत का नशा उतरता नहीं है
ReplyDeleteमुश्किल बस इतनी कि आसानी से चढता नहीं है ......बहुत ही सुंदर ......
मिल जाएँ हम या हो जाएँ एक दूजे से जुदा
ReplyDeleteप्यार होता है तो रहता है कभी मरता नहीं है ...
बिलकुल नहीं मरता बल्कि सांस लेता रहता है .. खिलता रहता है उम्र भर ये पौधा ...
खुबसूरत अभिवयक्ति......
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