ज़िन्दगी एक किताब सी है,जिसमें ढेरों किस्से-कहानियां हैं ............. इस किताब के कुछ पन्ने आंसुओं से भीगे हैं तो कुछ में,ख़ुशी मुस्कुराती है. ............प्यार है,गुस्सा है ,रूठना-मनाना है ,सुख-दुःख हैं,ख्वाब हैं,हकीकत भी है ...............हम सबके जीवन की किताब के पन्नों पर लिखी कुछ अनछुई इबारतों को पढने और अनकहे पहलुओं को समझने की एक कोशिश है ...............ज़िन्दगीनामा
Monday, July 9, 2012
डिम्पल
जो डिम्पल है न ..
उसके गालों में...
उसके हँसते ही
वो भी खिल-खिल जाते हैं .
जब वो हंसता है
तो बहुत खूबसूरत लगता है
मेरा बहुत बार मन करता है
कि उन भंवर में फंस जाऊं
गड्ढों में डूब जाऊं
और खुशी खुशी
खुदकुशी कर लूँ .
अगर ,वो यूँ ही सदा
मुस्कुराने का वादा कर ले .
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डिम्पल पर मर मिटे ????
ReplyDeleteप्यारे भाव
अनु
थैंक्स!
Deleteबहुत प्यारी डिम्पल
ReplyDeleteडिम्पल वाली मुस्कान:-))
Deleteतुम अगर मुस्कुराने का वादा करो... सुन्दर सा डिम्पल...
ReplyDeleteजी हाँ....
Deletebhaut hi pyari dimpal.....
ReplyDeleteशुक्रिया!!
Deleteगर साथ देने वादा करो,जिंदगी भर यू मुस्कराता रहूँ ,,,
ReplyDeleteलाजबाब प्रस्तुति,,,,,
RECENT POST...: दोहे,,,,
आभार!!
Deleteहाय||| तेरे डिम्पल पे वारी जाऊ ....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर .बहुत प्यारी
मनभावन रचना...
:-)
आपको अच्छा लगा ..जान कर मुझे अच्छा लगा
Deleteडिम्पल डिम्पल डिम्पल
ReplyDeleteवाह!!!वाह!!! क्या कहने, बेहद उम्दा
हार्दिक धन्यवाद!!
Deleteकिसी की मुस्कुराहट के लिए,किसी की खुशी के लिए स्वयं को कुर्बान कर देना ही प्यार है...उसके मुस्कुराने से डिम्पल का सुंदर लगना और उसमें भंवर की अनुभूति करके डूबने का मन होना...प्रेम का सुंदर उदाहरण है। मैं वाह!!!वाह!!! नहीं कहूंगा...बल्कि कहूंगा डूबो...डूबो...देखो वह हँस रहा है...
ReplyDeleteआपके द्वारा की गयी ...मेरे डूबने की दुआ...कुबूल हो .
Deleteक्या बात है ... बहुत खूब ... अगर कोई डूब जाने का वादा करे तो वो हमेशा हँसने का वादा क्यों न करें ...
ReplyDeleteजी हाँ...यही तो प्यार है.
Deleteबहुत खूब...
ReplyDeleteगुदगुदी करते एहसास।
शुक्रिया!!
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