ज़िन्दगी एक किताब सी है,जिसमें ढेरों किस्से-कहानियां हैं ............. इस किताब के कुछ पन्ने आंसुओं से भीगे हैं तो कुछ में,ख़ुशी मुस्कुराती है. ............प्यार है,गुस्सा है ,रूठना-मनाना है ,सुख-दुःख हैं,ख्वाब हैं,हकीकत भी है ...............हम सबके जीवन की किताब के पन्नों पर लिखी कुछ अनछुई इबारतों को पढने और अनकहे पहलुओं को समझने की एक कोशिश है ...............ज़िन्दगीनामा
Friday, November 25, 2011
आज ,कुछ नया करते हैं
आज, कुछ नया करते हैं
बहुत वक्त से प्यार की बात कर रहे हैं
आज, चलो..प्यार करते हैं .
सोचा है....
एक नया संगीत रचेंगे
धडकनों के सुर पर थिरकेंगे
साँसों की ताल पर बहकेंगे
कुछ नया करेंगे....
सोचा है...
एक नया नशा करेंगे
एहसासों के जाम पीयेंगे
जज्बातों के नशे में झूमेंगे
कुछ नया करेंगे .....
सोचा है...
कुछ नया लिखेंगे
तेरे मेरे लबों पर
जो टिके हुए हैं बरसों से
वो हर अलफ़ाज़ बहेंगे
कुछ नया करेंगे ...
सोचा है.....
एक नयी तरह जलेंगे
बदन से बदन तक
जो तपिश जाती है
आज उसमें तपेंगे
कुछ नया करेंगे ...
सोचा है....
नयी मंजिलें तय करेंगे
हरेक दीवार गिरा देंगे
सारी दूरियां मिटा देंगे
कुछ नया करेंगे....
प्यार की बातें बहुत हो चुकीं
आज... बस, प्यार ..सिर्फ प्यार करेंगे
प्यार ही खोजेंगे
प्यार ही पायेंगे
प्यार में ही डूबेंगे
प्यार मं ही तरेंगे
बस..................
प्यार ही करेंगे .
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प्यार की बातें बहुत हो चुकीं
ReplyDeleteआज बस प्यार ..सिर्फ प्यार करेंगे
प्यार ही खोजेंगे
प्यार ही पायेंगे
प्यार में ही डूबेंगे
प्यार मं ही तरेंगे
बस..................
प्यार ही करेंगे .sahi faisla
सोचा है...
ReplyDeleteकुछ नया लिखेंगे
तेरे मेरे लबों पर
जो टिके हुए हैं बरसों से
वो हर अलफ़ाज़ लिखेंगे
कुछ नया करेंगे ...
बेहद प्रभावशाली रचना ....सच में आज कुछ नया करेंगे .....!
सोचा है....
ReplyDeleteनयी मंजिलें तय करेंगे
हरेक दीवार गिरा देंगे
सारी दूरियां मिटा देंगे
कुछ नया करेंगे....
बेहतरीन पंक्तियाँ।
सादर
वाह .... बहुत खूब ।
ReplyDeleteरश्मिप्रभा जी ...फैसले पे अपनी मोहर लगाने के लिए आभार .
ReplyDeleteकेवल राम जी..बहुत-बहुत शुक्रिया!!
ReplyDeleteयशवंत...पसंद करने के लिए धन्यवाद !!
ReplyDeleteसदा .....थैंक्स !!
ReplyDeleteबहुत खूब ... सच है ही प्यार की बातें तो बहुत होती हैं पर प्यार नहीं होता ... सुन्दर पाती है प्रेम की ...
ReplyDeleteदिगंबर जी .....प्रेम की पाती को पसंद किया..आपका आभार !!
ReplyDeleteखूबसूरत एहसास...
ReplyDeleteशुक्रिया...कुमार .
ReplyDeleteप्यार से बढकर और क्या है जहान मे।
ReplyDeleteप्यार भरी उम्दा लेखनी ...
ReplyDeleteवंदना...प्रेम से बढ़कर वाकई कुछ भी नहीं है..इस संसार में .
ReplyDeleteअंजू....तहे दिल से शुक्रिया....साथ बने रहने के लिए .
ReplyDeleteआज, कुछ नया करते हैं
ReplyDeleteबहुत वक्त से प्यार की बात कर रहे हैं
आज, चलो..प्यार करते हैं .बहुत अच्छा विचार है कुछ नया करने का...... बेहतरीन रचना....
सोचा है....
ReplyDeleteनयी मंजिलें तय करेंगे
हरेक दीवार गिरा देंगे
सारी दूरियां मिटा देंगे
कुछ नया करेंगे....
प्यार भरी बेहतरीन रचना
सुषमा...मेरे विचार को समर्थन देने के लिए शुक्रिया!!
ReplyDeleteकुश्वंशजी .............हार्दिक धन्यवाद!!
ReplyDeleteखूबसूरत ख़याल ..नयी शुरुआत
ReplyDeleteसंगीता जी....हौसला अफजाई का शुक्रिया !!
ReplyDeleteप्यार की बातें बहुत हो चुकीं
ReplyDeleteआज... बस, प्यार ..सिर्फ प्यार करेंगे
प्यार ही खोजेंगे
प्यार ही पायेंगे
प्यार में ही डूबेंगे
प्यार मं ही तरेंगे
बस..................
प्यार ही करेंगे .bhut pyari rachna....
आरती ...एक प्यार भरा शुक्रिया तुम्हारी इस प्यारी सी टिप्पणी के लिए.
ReplyDeleteप्यार प्यार और प्यार.....निधि क्या प्यार से भी प्यारा कुछ है............है न....तुम और तुम्हारी ये कविता.......:)
ReplyDeleteप्यार की भावनाओं से अभिसिंचित एक सुंदर और सार्थक रचना.....वो प्यार जिसका अहसास तरुणाई के धरोहर समझा जाता है,उसे परपक्व उम्र में, जबकि उसका ज़िक्र भी बेमानी सा लगने लगता है, इतने नयेपन के साथ जी पाना एक स्वप्न के साकार होने सा अहसास दे रहा है ....एक सफल रचना के लिए बधाई......!!!!!!
ReplyDeleteअंजू...मेरे लिए ..प्यार से प्यारा ...वाकई ,कुछ भी नहीं है ...
ReplyDeleteप्रशंसा करने का यह खूबसूरत अंदाज़ भी प्यारा है.
प्यार किसी उम्र की बपौती नहीं है...प्यार का उम्र से कोई लेना देना नहीं..प्यार भरा स्पर्श हरेक आयु में रोमांचित करता है..अच्छा लगता है.
ReplyDeleteशंकर जी...आपको रचना अच्छी लगी..इस हेतु आपका धन्यवाद.